मैं बच्चा बना रहना चाहता हूँ
रिश्तों की क्लास में
बेबाक़ी से सब कुछ कह देने वाला
उतार लेना चाहता हूँ
अपनी ज़हन की कॉपी में
ब्लैकबोर्ड पर लिखे सभी नियम कायदे
रट लेना चाहता हूँ
हर पाठ का आशय
गिनना चाहता हूँ
पन्नों पर 'गुड', 'वैरी गुड' की संख्या
ग़लती पर कान पकड़
खड़ा हो जाना चाहता हूँ बेंच पर
ज़ुबानी याद रखना चाहता हूँ
ज़िन्दगी के फलसफे
मिटा देना चाहता हूँ
शून्य की हर एक परछाई.....
*******(आरती)******
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